Call Now : 8120018052, 9302101186 | MAP
     
विशेष सूचना- Arya Samaj तथा Arya Samaj Marriage और इससे मिलते-जुलते नामों से Internet पर अनेक फर्जी वेबसाईट एवं गुमराह करने वाले आकर्षक विज्ञापन प्रसारित हो रहे हैं। अत: जनहित में सूचना दी जाती है कि इनसे आर्यसमाज विधि से विवाह संस्कार व्यवस्था अथवा अन्य किसी भी प्रकार का व्यवहार करते समय यह पूरी तरह सुनिश्चित कर लें कि इनके द्वारा किया जा रहा कार्य पूरी तरह वैधानिक है अथवा नहीं। Kindly ensure that you are solemnising your marriage with a registered organisation and do not get mislead by large Buildings or Hall. For More information contact us at - 09302101186
arya samaj marriage indore india legal
all india arya samaj marriage place

वैराग्य की भावना
बाल्यावस्था से ही भगवान महावीर में वैराग्य की भावना प्रबल होने लगी थी और उनका मन साधना में, तप में लीन होना चाहता था। इसलिए उनका अधिकांश समय चिंतिन और मनन में ही व्यतीत होता था। कुमार अवस्था को पार कर युवावस्था में प्रवेश करने पर भी उनका मन सांसारिक सुखों की ओर आकृष्ट नहीं हुआ। संसार के प्राणियों को दुःखी देखकर उनका मन व्याकुल रहता था और वे संसार के दुखों के कारण और उनको दूर करने के उपाय खोजने के प्रयत्नों में लगे रहते थे।

Since childhood, the spirit of detachment started prevailing in Lord Mahavira and his mind wanted to be absorbed in meditation, in austerity. Therefore, most of his time was spent in contemplation and contemplation. His mind was not attracted towards worldly pleasures even after crossing the age of Kumar and entering youth. Seeing the suffering of the creatures of the world, his mind was troubled and he used to try to find the cause of the sufferings of the world and ways to remove them.

Akhil Bharat Arya Samaj, 8120018052 | Akhil Bharat Arya Samaj Marriage Pandits | Akhil Bharat Arya Samaj Vivah Pooja | Inter Caste Marriage helpline Conductor | Official Web Portal of Arya Samaj | Akhil Bharat Arya Samaj Intercaste Matrimony | Akhil Bharat Arya Samaj Marriage Procedure | Akhil Bharat Arya Samaj Vivah Poojan Vidhi | Inter Caste Marriage Promotion | Official Website of Arya Samaj Indore | Akhil Bharat Arya Samaj Legal Marriage Service | Akhil Bharat Arya Samaj Marriage Registration | Akhil Bharat Arya Samaj Vivah Vidhi | Inter Caste Marriage Promotion for Prevent of Untouchability | Pandits for Marriage | Akhil Bharat Arya Samaj Legal Wedding | Akhil Bharat Arya Samaj Marriage Rituals | Akhil Bharat Arya Samaj Wedding | Legal Marriage | Pandits for Pooja

  • अश्‍वमेध यज्ञ

    अश्‍वमेध यज्ञ महर्षि दयानन्द अश्‍वमेध के मध्यकालीन रूप से सहमत नहीं थे और न इसे वेद व शतपथ ब्राह्मण के अनुकूल समझते थे। महर्षि ने ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका में राजप्रजाधर्म में लिखा है कि राष्ट्रपालनमेव क्षत्रियाणाम अश्‍वमेधाख्यो यज्ञो भवति, नार्श्‍व हत्वा तदड्गानां होमकरणं चेति अर्थात् राष्ट्र का पालन करना ही क्षत्रियों का अश्‍वमेध यज्ञ है, घोड़े...

    Read More ...

pandit requirement
Copyright @ 2022. All Rights Reserved. akhilbharataryasamaj.org