‘तृप्यन्ति तर्पयन्ति येन पितृन् तत्तर्पणम्’ जिस-जिस कर्म से तृप्त अर्थात् विद्यमान माता पितादि पितर प्रसन्न हों और प्रसन्न किये जायें उस का नाम तर्पण है। परन्तु यह जीवितों के लिये है मृतकों के लिये नहीं। - महर्षि दयानन्द सरस्वती, सत्यार्थ प्रकाश चतुर्थ समुल्लास
Dhak Nagla | Dhak Nagla Dibai - Akhil Bharat Arya Samaj Mandir Annapurna Indore for Hasayan - Hastinapur - Didwana - Dungargarh - Uttarakhand - Almora
अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट द्वारा विवाह हेतु आवश्यक दस्तावेज एवं जानकारी आर्यसमाज विवाह करने हेतु समस्त जानकारियां फोन द्वारा प्राप्त की जा सकती हैं। विवाह सम्बन्धी जानकारी या पूछताछ के लिए आप मो.- 8120018052 पर (समय - प्रातः 11 से - सायं 8 बजे तक) श्री देव शास्त्री से निसंकोच बात कर समस्त जानकारी प्राप्त कर सकते हैं तथा आपको जिस दिन विवाह करना हो उस मनचाहे दिन की बुकिंग आप फोन पर करा सकते हैं। फोन द्वारा बुकिंग करने के लिए वर-वधू का नाम पता और विवाह की निर्धारित तिथि बताना आवश्यक है। युगलों की सुरक्षा - प्रेमी युगलों की सुरक्षा एवं गोपनीयता की गम्भीरता को ध्यान में रखते हुए तथा माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा प्रेमी युगलों की सुरक्षा सम्बन्धी दिये गये दिशा-निर्देशों के अनुपालन के अनुक्रम में हमारे आर्य समाज द्वारा विवाह के पूर्व या पश्चात वर एवं वधू की गोपनीयता एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विवाह से सम्बन्धित कोई भी काग़जात, सूचना या जानकारी वर अथवा वधू के घर या उनके माता-पिता को नहीं भेजी जाती है, जिससे विवाह करने वाले युगलों की पहचान को गोपनीय बनाये रखा जा सके, ताकि उनके जीवन की सुरक्षा को खतरा उत्पन्न न हो सके। 1. वर-वधु दोनों के जन्म प्रमाण हेतु हाई स्कूल की अंकसूची या कोई शासकीय दस्तावेज तथा पहचान हेतु मतदाता परिचय पत्र या आधार कार्ड अथवा पासपोर्ट या अन्य कोई शासकीय दस्तावेज चाहिए। विवाह हेतु वर की अवस्था 21 वर्ष से अधिक तथा वधु की अवस्था 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। 2. वर-वधु दोनों को निर्धारित प्रारूप में ट्रस्ट द्वारा नियुक्त नोटरी द्वारा सत्यापित शपथ पत्र प्रस्तुत करना होगा। किसी अन्य नोटरी से सत्यापित शपथ पत्र स्वीकार नहीं किये जावेंगे। 3. वर-वधु दोनों की अलग-अलग पासपोर्ट साईज की 6-6 फोटो। 4. दोनों पक्षों से दो-दो मिलाकर कुल चार गवाह, परिचय-पहचान पत्र सहित। गवाहों की अवस्था 21 वर्ष से अधिक हो तथा वे हिन्दू-जैन-बौद्ध या सिक्ख होने चाहिएं। 5. विधवा/विधुर होने की स्थिति में पति/पत्नी का मृत्यु प्रमाण पत्र तथा तलाकशुदा होने की स्थिति में तलाकनामा (डिक्री) आवश्यक है। 6. वर-वधु का परस्पर गोत्र अलग-अलग होना चाहिए तथा हिन्दू विवाह अधिनियम के अनुसार कोई निषिद्ध रिश्तेदारी नहीं होनी चाहिए। आर्यसमाज में सम्पन्न होने वाले विवाह "आर्य विवाह मान्यता अधिनियम-1937, अधिनियम क्रमांक 1937 का 19' के अन्तर्गत कानूनी मान्यता प्राप्त हैं। अखिल भारत आर्यसमाज ट्रस्ट द्वारा वैवाहिक जोड़ों की कानूनी सुरक्षा (Legal Sefety) एवं पुलिस संरक्षण (Police Protection) हेतु नियमित मार्गदर्शन (Legal Advice) दिया जाता है। विशेष सूचना- Arya Samaj, Arya Samaj Mandir, Arya Samaj Marriage, Head Office तथा Court Marriage और इससे मिलते-जुलते नामों से इण्टरनेट पर अनेक फर्जी वेबसाईट एवं गुमराह करने वाले आकर्षक विज्ञापन प्रसारित हो रहे हैं। अत: जनहित में सूचना दी जाती है कि इनसे आर्यसमाज विधि से विवाह संस्कार व्यवस्था अथवा अन्य किसी भी प्रकार का व्यवहार करते समय यह पूरी तरह सुनिश्चित कर लें कि इनके द्वारा किया जा रहा कार्य पूरी तरह शासन द्वारा मान्य एवं लिखित अनुमति प्राप्त वैधानिक है अथवा नहीं। इसके लिए सम्बन्धित संस्था को शासन द्वारा प्रदत्त आर्य समाज विधि से अन्तरजातीय आदर्श विवाह करा सकने हेतु लिखित अनुमति अवश्य देख लें, ताकि आपके साथ किसी प्रकार की धोखाधड़ी ना हो। सावधान करने के बाद भी जाने-अनजाने में यदि आप गलत जगह फंसते हैं, तो अखिल भारत आर्यसमाज ट्रस्ट की कोई जवाबदारी नहीं होगी। अखिल भारत आर्यसमाज ट्रस्ट भारतीय पब्लिक ट्रस्ट अधिनियम (Indian Public Trust Act) के अन्तर्गत पंजीकृत अखिल भारत आर्यसमाज ट्रस्ट एक सामाजिक-शैक्षणिक-धार्मिक-पारमार्थिक ट्रस्ट है। आप यह सुनिश्चित कर लें कि आपका विवाह शासन (सरकार) द्वारा आर्यसमाज विवाह कराने हेतु मान्य रजिस्टर्ड संस्था में हो रहा है या नहीं। आर्यसमाज होने का दावा करने वाले किसी बडे भवन, हॉल या चमकदार ऑफिस को देखकर गुमराह और भ्रमित ना हों। अधिक जानकारी के लिये सम्पर्क करें (समय - प्रातः 10 से - सायं 8 बजे तक) - राष्ट्रीय प्रशासनिक मुख्यालय क्षेत्रीय कार्यालय (भोपाल) क्षेत्रीय कार्यालय (चान्द - छिन्दवाड़ा) क्षेत्रीय कार्यालय (जबलपुर) क्षेत्रीय कार्यालय (ग्वालियर संभाग) क्षेत्रीय कार्यालय (रायपुर) क्षेत्रीय कार्यालय (बिलासपुर) क्षेत्रीय कार्यालय (जोधपुर) क्षेत्रीय सहायता क्षेत्रीय सहायता क्षेत्रीय सहायता महाराष्ट्र एवं गुजरात क्षेत्रीय सहायता
अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट
आर्य समाज मन्दिर अन्नपूर्णा
नरेन्द्र तिवारी मार्ग
बैंक ऑफ़ इण्डिया के पास
दशहरा मैदान के सामने
बैंक कॉलोनी, इन्दौर (म.प्र.) 452009
फोन : 0731-2489383, 9302101186
www.aryasamajindore.com
आर्य समाज संस्कार केन्द्र
अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट
भोपाल शाखा
पं. दीनदयाल उपाध्याय कन्या-
महाविद्यालय के सामने
शिव मन्दिर, बैरागढ़
भोपाल (म.प्र.) 462030
हेल्पलाइन : 8989738486
www.bhopalaryasamaj.com
आर्य समाज संस्कार केन्द्र
अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट
छिन्दवाड़ा शाखा
वार्ड न. 7, नगर परिषद के पास
चान्द, जिला- छिन्दवाड़ा (मध्य प्रदेश)
हेल्पलाइन : 9300441615, 9009662310
www.aryasamajchhindwara.com
आर्य समाज संस्कार केन्द्र
अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट
जबलपुर शाखा
TFF-8, समदड़िया काम्प्लेक्स नं.-1
चेरीताल, दमोह नाका के पास
जबलपुर (म.प्र.) 482002
हेल्पलाइन : 9300441615
www.aryasamajjabalpur.com
आर्य समाज संस्कार केन्द्र
अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट
ग्वालियर शाखा
महावीर पुरा, डबरा
जिला- ग्वालियर (म.प्र.)
हेल्पलाइन : 8120018052
www.aryasamajgwalior.com
आर्य समाज संस्कार केन्द्र
अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट
रायपुर शाखा
वण्डरलैण्ड वाटरपार्क के सामने,
DW-4, इन्द्रप्रस्थ कॉलोनी
होण्डा शोरूम के पास, रिंग रोड नं.1
रायपुर (छत्तीसगढ़)
हेल्पलाइन : 9109372521
www.aryasamajraipur.com
आर्य समाज संस्कार केन्द्र
अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट
बिलासपुर शाखा
अग्रसेन चौक, सुपर मार्केट
बिलासपुर (छत्तीसगढ़) 495001
हेल्पलाइन : 8120018052, 8989738486
www.aryasamajbilaspur.com
आर्य समाज संस्कार केन्द्र
अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट
जोधपुर शाखा
चान्दपोल, जोधपुर (राजस्थान) 302001
हेल्पलाइन : 8120018052, 8989738486
www.aryasamajjodhpur.com
हरियाणा, पंजाब एवं हिमाचल प्रदेश
हेल्पलाइन : 8989738486, 9300441615
www.aryasamajmarriagehelpline.com
दिल्ली NCR, उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड
हेल्पलाइन : 8989738486, 9300441615
www.allindiaaryasamaj.com
हेल्पलाइन : 9109372521
www.aryasamajonline.co.in
बिहार, झारखण्ड एवं उड़ीसा
हेल्पलाइन : 9109372521
www.akhilbharataryasamaj.org
Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Mandir | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Marriage at Your Place Any Where Any Time | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Marriage | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Marriage Rules | Dhak Nagla - Akhil Bharat Inter Caste Marriage Promotion for National Unity by Arya Samaj | Dhak Nagla - All India Human Rights by Arya Samaj | Dhak Nagla - Akhil Bharat Human Rights to Marriage | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Marriage Guidelines | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Mandir Marriage | Dhak Nagla - All India Aryasamaj Mandir Helpline | Dhak Nagla - Akhil Bharat Inter Caste Marriage by Arya Samaj | Dhak Nagla - All India Inter Caste Marriage Promotion For Prevent of Untouchability | Dhak Nagla Dibai Uttar Pradesh - Akhil Bharat Arya Samaj Inter Caste Marriage Consultants.
Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Mandir Shaadi | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Shadi Procedure | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Shadi | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Mandir Shadi | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Marriage Certificate | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Marriage Validity | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Marriage Ceremony | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Wedding Ceremony | विद्यमान | तर्पण | Dhak Nagla - Akhil aBharat Arya Samaj Marriage Documents Required | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Legal Marriage Service | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Mandir Annapurna Indore - Bhopal - Jabalpur - Chhindwara - Raipur - Jaipur | Dhak Nagla Dibai U.P. - All India Arya Samaj Inter Caste Maarriage for prevent of untouchability.
Dhak Nagla - All India Arya Samaj Pandits Helpline | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Arya Samaj Pandits | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Pandits for India Marriage | Dhak Nagla - Akhil Bharat Aarya Samaj Temple | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Pandits for Havan | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Arya Samaj Pandits for Pooja | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Pandits for Marriage | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Pandits for Pooja | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Pandits for Vastu Shanti Havan | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Vastu Correction Without Demolition | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Pandits for Gayatri Havan | Dhak Nagla - Akhil Bharat Vedic Pandits India Helpline | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Hindu Pandits Helpline | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Pandit Ji | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Intercast Matrimony | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Hindu Temple | Dhak Nagla Dibai Uttar Pradesh - All India Hindu Matrimony.
Dhak Nagla - All India Court Marriage Consultants | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Mandir Marriage Consultants | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Marriage Certificate | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Marriage Procedure | Dhak Nagla - All Arya Samaj Marriage Registration | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Marriage Documents | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Wedding Procedure | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Intercaste Marriage | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Wedding | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Wedding Rituals | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Legal Wedding | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Shaadi | Dhak Nagla - All India Arya Samaj Helpline | Dhak Nagla - Akhil Bharat Arya Samaj Mandir Helpline | Dhak Nagla Dibai U.P. - Arya Samaj Mandir Annapurna Indore Madhya Pradesh | वेद | महर्षि दयानन्द सरस्वती | ढाक नगला - अखिल भारत आर्य समाज विवाह समारोह | ढाक नगला - अस्पृश्यता निवारणार्थ अन्तरजातीय विवाह अखिल भारत | ढाक नगला - अखिल भारत आर्यसमाज मन्दिर | ढाक नगला - अखिल भारत आर्य समाज मन्दिर विवाह | अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट इंदौर मध्य प्रदेश | ढाक नगला डिबाई उत्तर प्रदेश - अखिल भारतीय आर्य समाज विवाह सेवा
भारत से समस्त विश्व में विद्या का प्रसार आर्यसमाज के संस्थापक महर्षि दयानन्द सत्यार्थप्रकाश में लिखते हैं कि यह निश्चय है कि जितनी विद्या और मत भूगोल में फैले हैं वे सब आर्यावर्त देश ही से प्रचारित हुए हैं। देखो! एक जैकालियट साहब पेरिस अर्थात फ्रांस देश के निवासी अपनी बाईबिल आफ इण्डिया में लिखते हैं कि सब विद्या...
अश्वमेध यज्ञ महर्षि दयानन्द अश्वमेध के मध्यकालीन रूप से सहमत नहीं थे और न इसे वेद व शतपथ ब्राह्मण के अनुकूल समझते थे। महर्षि ने ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका में राजप्रजाधर्म में लिखा है कि राष्ट्रपालनमेव क्षत्रियाणाम अश्वमेधाख्यो यज्ञो भवति, नार्श्व हत्वा तदड्गानां होमकरणं चेति अर्थात् राष्ट्र का पालन करना ही क्षत्रियों का अश्वमेध यज्ञ है, घोड़े...